भिक्षु
कुछ सिखना हो कोई जरूरत हो भिक्षा-पात्र खाली ले जाना, दातार पर भरोसा हो, खाली वापिस नहीं भेजता. . तुम्हारे त्याग की परीक्षा होगी, तुम ब्रह्मांड के मालिक हो. मिलेगा वही. जितनी तुम्हारी तैयारी है. . फैल गये संदेश प्रेम का लेकर, जहां तक संभव तमस दूर हो, नहीं डरे रहे डटे न लड़े न भागे वरन् परिस्थितियों के प्रति जागे .