भिक्षु

कुछ सिखना हो
कोई जरूरत हो
भिक्षा-पात्र खाली
ले जाना,
दातार पर भरोसा हो,
खाली वापिस नहीं भेजता.
.
तुम्हारे त्याग की परीक्षा होगी,
तुम ब्रह्मांड के मालिक हो.
मिलेगा वही.
जितनी तुम्हारी तैयारी है.
.
फैल गये संदेश प्रेम का लेकर,
जहां तक संभव तमस दूर हो,
नहीं डरे रहे डटे न लड़े न भागे
वरन् परिस्थितियों के प्रति जागे
.

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मजदूर की व्यथा

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